6PM – 8PM (Starting from Oct 3, 2020)
Weekends & Holidays
1PM – 7PM
पारद शिवलिंग दर्शन मात्र से ही मोक्ष का दाता है इसके पूजा गृह में रहने मात्र से ही सुयश, आजीविका में सफलता, सम्मान. पद प्रतिष्ठा ऐवम लक्ष्मी का सतत आगमन होता है।
भारतीय संस्कृति का विशिष्टय है कि इसका निर्माण अध्यात्म की सुदृढ़ भित्ती पर उन महर्षियों के द्वारा किया गया है जो की राग – द्वेष से रहित , त्रिकालदर्शी एवं दिव्य दृष्टि सम्पन्न थे | इन्होंने अपनी तपः पूत बुद्धि से दिव्य ईश्वरीय ज्ञान प्राप्त कर ऐसी युक्तियों का एवं साधनाओं का ज्ञान हमें दिया है जो सामान्य मानव की बुद्धि से परे है |
कोष तो हमारे पास है और चाबी भी है किन्तु आवश्याकता है सद्गुरु एवं ज्ञानदाता की, जो हमें बता दें कि चाबी-ताले में डालकर किस विधि से घुमायें कि कोष कि हाथ लग जावे।
मनुष्य को प्रयत्नों से भौतिक सुख तो प्राप्त हो सकते है किन्तु आत्म बोध ईश्वर की अनुकम्पा से ही सम्भव है।